फिरोजाबाद पुलिस ने आपराधिक जांच में सहायता के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज करने के लिए ब्लॉकचैन तकनीक का उपयोग करने में एक कदम आगे बढ़ाते हुए Police Complaint on Blockchain सुविधा आरम्भ किया हैं!
ब्लॉकचेन तकनीक में जवाबदेह जानकारी रिकॉर्ड करने की एक प्रक्रिया शामिल है जो अपरिवर्तनीय है, जिन्हें हैक करना, जिनमे हेरफेर करना या बदलना संभव नहीं है।

आईपीएस आशीष तिवारी ने कहा,
ब्लॉकचैन जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए, एक पायलट पोर्टल, policecomplaintonblockchain.in, शुरू किया गया है, जो फिरोजाबाद को समर्पित है। ब्लॉकचैन का उपयोग करने का लाभ यह है कि इस पर दर्ज की गई शिकायतों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती क्योंकि रिकॉर्ड किया गया डेटा अपरिवर्तनीय और पारदर्शी है !
आशीष तिवारी (आईपीएस)
फिरोजाबाद पुलिस द्वारा Police Complaint on Blockchain में कौन सी तकनीक का उपयोग किया गया हैं?
एसएसपी ने वेब पोर्टल के बारे में बताया कि इसमें एक बार शिकायत दर्ज करने के बाद न तो पीड़ित फेरबदल कर सकता है न ही पुलिस अधिकारी।
ब्लाक चैन डिस्ट्रीब्यूटेड डिजीटल लेजर नेटवर्क है। इसमें किसी भी तरह के डेटा को ब्लाक में स्टोर करके रखा जा सकता है। हर एक ब्लाक तीन चीजों से मिलकर बनता है। पहले में सूचना के रूप में डेटा स्टोर होता है, दूसरे में ब्लाक का हैश (फिंगर प्रिंट) होता है। हैश की मदद से अलग-अलग ब्लाक की पहचान आसानी से की जा सकती है।
पोर्टल Polygon मॉड्यूलर ब्लॉकचैन का उपयोग करता है। यह अग्रणी ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म में से एक है जो “एथेरियम पर निर्मित वैश्विक और टिकाऊ वेब3 इन्फ्रास्ट्रक्चर” है। Police Complaint on Blockchain
यह वैश्विक एक्सचेंज सुरक्षित, तेज, किफायती और ऊर्जा-कुशल एथेरियम स्केलिंग समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिसमें फिरोजाबाद पुलिस जैसे उपयोग के मामले भी शामिल हैं।
टोकन नंबर से शिकायत को ट्रेस कर सकते हैं (Police Complaint on Blockchain)
शिकायतकर्ता डब्लूडब्लूडब्लू डाट पुलिस कंप्लेंट आन ब्लाक चैन डाट इन लिंक के जरिए पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज करा सकता है। शिकायतकर्ता समय-समय पर अपनी शिकायत का स्टेटस भी टोकन नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डाल कर जान सकता है। खास बात यह कि पोर्टल पर दर्ज शिकायत की जांच में पारदर्शिता बनी रहती है। मामले में पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाई की जानकारी एसएसपी व अन्य पुलिस अधिकारी आनलाइन कर सकते हैं।
मानिटरिंग स्मार्टसेल पुलिस टीम करेगी
एसएसपी ने बताया कि पोर्टल को उनके मार्गदर्शन में स्टार्टअप एयरचैन पालीगोन रिटकान कंपनी के संस्थापक अंकुर सिन्हा, कृतार्थ अग्रवाल और उनकी टीम ने बनाया है। प्रोजेक्ट में ट्रिपल आइटी जबलपुर के साफ्टवेयर इंजीनियर आदर्श सिंह ने अहम योगदान दिया। पोर्टल का सेटअप व मानिटरिंग स्मार्टसेल पुलिस टीम करेगी। एसएसपी ने बताया कि अभी यूपी 112 पुलिस पीड़ित से घटना की जानकारी लेकर लौट आती है, लेकिन अब पीड़ितों से शिकायती पत्र लेकर थानों पर देगी। इसके पीछे उद्देश्य यह कि पीड़ितों को परेशान न होना पड़े।
शिकायत कैसे दर्ज कर सकते हैं? (Police Complaint on Blockchain)
वेबसाइट के अनुसार किसी भी स्थान और किसी भी समय शिकायत दर्ज की जा सकती है, जो तदनुसार संबंधित स्टेशनों पर पहुंच जाएगी।
Police Complaint on Blockchain वेबसाइट पर उल्लिखित इसकी कुछ विशेषताएं यहां दी गई हैं:
- शिकायत कोई भी व्यक्ति कर सकता है।
- शिकायत की ऑनलाइन फाइलिंग
- समर्पित अधिकारी शिकायत का सत्यापन।
- लंबित शिकायतों के लिए रिमाइंडर भेजने की सुविधा
- आगे की स्थिति की पूछताछ के लिए टोकन नंबर जनरेशन।
- शिकायत की वर्तमान स्थिति देखें
- शिकायतों का ग्राम-आधारित वर्गीकरण
- शिकायत दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा।